Postby Śrāmaṇera » 2014-06-08, 15:45
मैंने नेपाली में केवल पत्रिकाएँ ही पढे हैं, लेकिन आजकल एक पूरा उपन्यास पढ्ने की कोशिश कर रही हूँ| इस उपन्यासका नाम "पल्पसा क्याफे", एकदम प्रसिद्ध है | मैंने एक व्याकरण की किताब भी पढी है ("नेपाली व्यवहारिक व्याकरण र अभिव्यक्ति") |
मुझसे नीचे वाला शख्स अभी मेरी हिन्दी के गलातें सुधार देगा |
खाने मुखलाई जुङ्गा ले छेक्दैन | (नेपाली उखान)